कल होगा हरिद्वार कुंभ में माघ पूर्णिमा का स्नान, जानिए इसके फायदे

कल होगा हरिद्वार कुंभ में माघ पूर्णिमा का स्नान, जानिए इसके फायदे
Tomorrow will be the bath of Magh Purnima in Haridwar Kumbh

जैसा की हम जानते है कि सामान्य स्नान और शाही स्नान की अलग अलग तिथियां होती है। सबसे पहला स्नान मकर सक्रांति के दिन हुआ था यानी कि 14 जनवरी को हो चूका है। इसी प्रकार 11 फरवरी को मौनी अमावस्या का और 16 फरवरी वसंत पंचमी का स्नान भी निकल गया है। 27 फरवरी माघ पूर्णिमा पर सामान्य स्नान है। इसके बाद 11 मार्च महाशिवरात्रि के दिन, 12 अप्रैल सोमवती अमावस्या, 14 अप्रैल और 27 अप्रैल चैत्र पूर्णिमा को शाही स्नान होगा। जानिए माघ पूर्णिमा के स्नान के महत्व। जानिए माघ पूर्णिमा के दिन कुंभ के मेले में स्नान करने के फायदे

  1. कुम्भ के मेले में माघ पूर्णिमा को संगम में स्नान का बहुत महत्व माना जाता है।  अगर किसी संगम पर नहीं जा सकते तो गंगा, गोदावरी, कावेरी, नर्मदा, कृष्णा, क्षिप्रा, सिंधु, सरस्वती, ब्रह्मपुत्र आदि पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए।

प्रयागे माघमासे तुत्र्यहं स्नानस्य यद्रवेत्।

दशाश्वमेघसहस्त्रेण तत्फलं लभते भुवि।।

विश्व प्रसिद्ध ज्योतिष के अनुसार प्रयाग में माघ मास के अन्दर तीन बार स्नान करने से जो फल होता है वह फल पृथ्वी में दस हजार अश्वमेघ यज्ञ करने से भी प्राप्त नहीं होता है।

  1. जब हरिद्वार में ब्रह्मकुंड लगता है तो उसे हर की पौड़ी भी कहा जाता है। इसे सबसे ज्यादा ख़ास घाट माना जाता है। पौराणिक समय से ऐसी मान्यता है कि यही पर समुन्द्र मंथन के दौरान अमृत की बुँदे कलश से छलक कर गिरीं थीं। कहा जाता है कि यहां पर डुबकी लगाने से करोड़ों जन्मों का पुण्य प्राप्त होता है और मोक्ष की प्राप्ति भी होती है।
  2. माघ मास में यहां स्नान करने से अर्थ काम मोक्ष और धर्म चारों की प्राप्ति हो जाती है। इस स्थान पर स्नान करने से कभी भी मनुष्य की अकाल मृत्यु नहीं होती। इसी घाट पर विष्णु के पद चिन्ह होने की बात भी कही जाती है।
  3. माघ पूर्णिमा के दिन विधिवत स्नान करने और मां गंगा की पूजा करने से जातक की सभी तरह की मनोकामनापूर्ण होती है।
  4. पूर्णिमा के दिन जल और वातावरण में विशेष ऊर्जा आ जाती है। माघ पूर्णिमा पर इस बार शनि और गुरु का संयोग रहेगा। सूर्य और शुक्र का संयोग भी बना रहेगा। इसीलिए इस दिन स्नान का ज्यादा महत्व है। अत: इस दिन विधिवत स्नान और दान से चंद्र दोष दूर होकर सभी ग्रहों का अच्छा प्रभाव मिलता है। इस दिन सभी ग्रहों के वस्तुओं का दान करना चाहिए ताकि निरोग की प्राप्त हो।

यह भी पढ़िए

घर में लकड़ी का सामान लाने से पहले जान लीजिए कुछ वास्तु टिप्स

कब से शुरू हो रहा है माघ का पवित्र महीना? कैसे करे भगवान की उपासना

जीवन में हर काम में शुभ फल पाने के लिए करे शुक्र ग्रह को मजबूत, आजमाए यह सरल उपाय

कब होगा गुरु पुष्य नक्षत्र में क्या है? इससे जुडी हुई ख़ास बाते

Like and Share our Facebook Page.