जानिए कौनसे समय धर्म ग्रंथ पढ़ना उचित माना जाता है?

जानिए कौनसे समय धर्म ग्रंथ पढ़ना उचित माना जाता है?
Right time to read religious books

प्रत्येक धर्म में धर्मग्रंथों का अत्यधिक महत्व होता है, और पवित्रता एवं सम्मान की दृष्टि से इन्हें पढ़ने के लिए समय और तरीका भी उतना ही महत्व रखता है। लेकिन धर्मग्रंथों को पढ़ने के लिए सुबह और शाम का समय ही सही माना जाता है। चलिए जानते हैं इसका वैज्ञानिक कारण -
हिन्दू धर्म में अनेक धर्म ग्रंथ हैं, जिनका पठन धर्म के बारे में जानकारी बढ़ाने के साथ ही मनुष्य का मार्गदर्शन भी करता है। लेकिन ज्यादातर इन धर्मग्रंथों को सुबह या शाम के समय ही पढ़ा जाता है।

कई लोग अपने दिन की शुरुआत में धर्मग्रंथों को पढ़ना शुभ मानते हैं, तो कुछ लोग शाम के समय इन्हें पढ़ते हैं। इन धर्मग्रंथों को सुबह या शाम के समय पढ़ने का धार्मिक या आध्यात्मिक कारण होने के साथ ही वैज्ञानिक कारण भी है।

दरअसल सुबह का समय हमारे मन, मस्तिष्क और शरीर तीनों के लिहाज से लाभदायक होता है। यह सकारात्मक ऊर्जा से भरा होता है जिसके कारण इस समय हमारे मस्तिष्क की क्रियाशीलता और ग्रहण क्षमता अधिक होती है। साथ ही यह वो समय होता है जब आपके मस्तिष्क पर किसी प्रकार का दबाव नहीं होता, और पढ़ी एवं सुनी गई बातों का मन व मस्तिष्क पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

इसलिए धर्मग्रंथों को खास तौर से सुबह और शाम के समय पढ़ा जाता है। ताकि हमारे स्वास्थ्य और व्यवहार दोनों पर इनका सकारात्मक प्रभाव पड़े।

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