जानिए शिव के परिवार और रिश्तेदार से जुड़े हुए गुप्त रहस्य
हम सभी जानते है शिव जी कौन है, शिव जी की पत्नी कौन है, पुत्र कौन है। लेकिन क्या हमने कभी जानने की कोशिश की है कि शिव के माता पिता, भाई बहन, सास ससुर आदि कौन है। तो आइये आज के लेख में जानिये संक्षिप्त शिव परिवार के बारे में। इससे पहले आप यह भी जान ले कि भगवान शंकर को शिव भी कहा जाता है जबकि शिव शब्द का उपयोग निराकार ईश्वर के लिए प्रयुक्त किया जाता है ,जिनकी शिवलिंग के रूप में पूजा होती है।
शिव के माता पिता
शिवपुराण के हिसाब से ऐसा माना जाता है कि भगवान सदाशिव और पराशक्ति अम्बिका (पार्वती या सती नहीं) से ही भगवान शंकर की उत्पत्ति काशी क्षेत्र में मानी गई है। ऐसा माना जाता है कि वह शक्ति की देवी कालरूप सदाशिव की अर्धांगिनी दुर्गा है। एक पौराणिक कथा के हिसाब से माना जाता है कि भगवान शंकर के पिता ब्रह्मा, दादा विष्णु और परदादा सदाशिव माने जाते है। क्योकि वह अपने परदादा के समान है इसलिए उन्हें भी शिव कहा गया है।
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शिव की पत्नियां
शिव की पहली पत्नी सती थी और अगले जन्म में सती ने ही पार्वती के रूप में जन्म लिया था। इसके अलावा उमा, उर्मि, काली, गंगा भी उनकी पत्नियां है। स्कंद पुराण के हिंसाब से ऐसा माना जाता है देवी गंगा कार्तिकेय यानी कि मुरुगन की सौतेली माता है। भगवान शिव वैसे तो एक पत्नीव्रता है और अन्य देवियों से उनका कोई भी विधिवत विवाह नहीं हुआ था लेकिन पुराण कथाओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि सभी देवियां उन्हें पतिरूप में मानती थी। लेकिन इसी के साथ में यह बात भी कही जाती है कि यह सभी पार्वती का ही स्वरूप है।
शिवजी के प्रमुख 8 पुत्र है
गणेश, कार्तिकेय, सुकेश, जलंधर, अयप्पा, भूमा, अंधक, खुजा (मंगलदेव) इन सभी के जन्म की कथा रोचक है।
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भगवान शिव जी पुत्री
भगवान शिव और माता पार्वती की पुत्री का नाम अशोक सुंदरी था। हालांकि की और भी पुत्रियां थी। जिन्हे नागकन्या माना जाता है: जया, विषहर, शामिलबारी, देव और दोतलि। पौराणिक कथाओं में अशोक सुंदरी को भगवान शिव और पार्वती की पुत्री बताया गया है इसलिए उन्हें ही गणेश जी की बहन माना जाता है। अशोक सुंदरी का विवाह राजा नहुषा से हुआ था।
भगवान शिव के अन्य रिश्ते
ब्रह्मा के एक पुत्र का नाम दक्ष प्रजापति था। और इनकी कई पुत्रियां थी। इनकी एक पुत्री का विवाह भगवान शंकर से हुआ और दूसरी पुत्री ख्याति का विवाह ऋषि भृगु से हुआ। इसका मतलब यह हुआ कि भगवान शंकर और ऋषि भृगु आपस में साढू भाई हुए। श्री लक्ष्मी का विवाह उन्होंने भगवान श्री हरि विष्णु से कर दिया था। सदाशिव से ब्रह्मा, विष्णु और शिव की उत्पत्ति हुई थी तो तीनों आपस में भाई भी हुए।
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