महाशिवरात्रि की तिथि, शुभ मुहूर्त और पारण

महाशिवरात्रि की तिथि, शुभ मुहूर्त और पारण
Happy Maha Shivratri

भगवान शिव की तिथि चतुर्दशी को माना जाता है। हमेशा चतुर्दशी को ही शिवरात्रि होती है। फाल्गुन मास के महीने की शिवरात्रि को महाशिवरात्रि कहा जाता है। जानिये महाशिवरात्रि की तिथि और कैसे करे पूजा

साल के कौन से दिन होती है शिवरात्रि?

इस साल में शिवरात्रि 21 फरवरी 2020 को है। 21 तारीख को शाम को 5 बजकर 20 मिनट पर त्रयोदशी तिथि समाप्त हो जाएगी और चतुर्दशी तिथि शुरू होगी।

जानिये 400 साल तक बर्फ में दबे रहे केदारनाथ मंदिर के रहस्य

महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त

महाशिवरात्रि का शुभ मुहूर्त 21 फरवरी को  शाम को 5 बजकर 20 मिनट से शुरु होकर शनिवार 22 फरवरी को शाम 7 बजकर 2 मिनट तक रहेगी।  रात्रि की पूजा शाम को 6 बजकर 41 मिनट से शुरू होकर रात 12 बजकर 52 मिनट तक होगी। शिवरात्रि में जो रात का समय होता है उसमें चार पहर की पूजा होती है।

महाशिवरात्रि का व्रत खोलने का समय

जो लोग 21 फरवरी को त्रयोदशी के दिन जो लोग पूजन नहीं कर पा रहे है वो लोग २२ फरवरी को भी चतुर्दशी के समय तक शिवजी का पूजन कर सकते है।

मंदिरों में 22 फरवरी को भी धूमधाम से शिव का पूजन किया जाएगा। शिवरात्रि उसी दिन मनानी चाहिए जिस रात्रि में चतुर्दशी तिथि हो। शिवरात्रि

का व्रत रखने वाले अगले दिन 22 फरवरी को सुबह 6 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 22 मिनट तक पारण कर सकते हैं।

जानिए शिव के परिवार और रिश्तेदार से जुड़े हुए गुप्त रहस्य

 

महाशिवरात्रि की पूजा विधि

सबसे पहले शिवरात्रि के दिन भगवान शंकर को पंचामृत से स्नान कराए। केसर के 8 लोटे जल चढ़ाए। पूरी रात्रि दीपक जलाए। चन्दन का तिलक लगाए।

तीन बेलपत्र, भांग धतूर, तुलसी, जायफल, कमल गट्टे, फल, मिष्ठान, मीठा पान, इत्र व दक्षिणा चढ़ाएं। सबसे बाद में केसर युक्त खीर का भोग लगा कर प्रसाद बांटें।

पूजा में सभी सामग्री मंत्र का उपचार करते हुए चढ़ाए ॐ नमो भगवते रूद्राय, ॐ नमः शिवाय रूद्राय् शम्भवाय् भवानीपतये नमो नमः मंत्र का जाप करें।

Get the latest updates on Facebook Page.