क्या आप जानते है गणेशजी की उत्पत्ति के रहस्य?

क्या आप जानते है गणेशजी की उत्पत्ति के रहस्य?
Lord Ganesha

इस बात से सब वाकिफ है कि पुराणों में गणेशजी की उत्पत्ति की विरोधाभासी कथाएं मिलती हैं। भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को मध्याह्न के समय गणेशजी का जन्म हुआ था। श्री गणेश का जन्म भाद्रप्रद शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को दोपहर 12 बजे हुआ था।

1. पुराणों के अनुसार माता पार्वती ने पुत्र की प्राप्ति के लिए पुण्यक नामक उपवास या व्रत किया था। इसी उपवास के चलते माता पार्वती को श्री गणेश पुत्र रूप में प्राप्त हुए। इस व्रत के लिए शिवजी ने इंद्र से पारिजात वृक्ष देने को कहा परंतु इंद्र ने इसके लिए इनकार कर दिया था तब उन्होंने पार्वती के व्रत के लिए पारिजात के एक वन का ही निर्माण कर दिया था। उनकी सखियों ने उनसे कहा था कि नंदी और सभी गण सिर्फ महादेव की आज्ञा का ही पालन करते हैं इसलिए आपको भी एक ऐसे गण की रचना करनी चाहिए, जो सिर्फ आपकी ही आज्ञा का पालन करे। इस विचार से प्रभावित होकर माता पार्वती ने श्री गणेश की रचना अपने शरीर के मैल से की।

2. शिव महापुराण के अनुसार माता पार्वती को गणेशजी का निर्माण करने का विचार उन्हीं की सखी जया और विजया ने दिया था। उनकी सखियों ने उनसे कहा था कि नंदी और सभी गण सिर्फ महादेव की आज्ञा का ही पालन करते हैं इसलिए आपको भी एक ऐसे गण की रचना करनी चाहिए, जो सिर्फ आपकी ही आज्ञा का पालन करे। इस विचार से प्रभावित होकर माता पार्वती ने श्री गणेश की रचना अपने शरीर के मैल से की।

यह भी पढ़िए

क्या आपको भी धन चाहिए तो अपनाइए यह अच्छी आदतें

15 अगस्त को तिरंगा फहराने से पहले ध्यान रखे कुछ बातें

क्या है भगवान शिव की भस्म आरती के अनकहे राज?

Like and Share our Facebook Page.