राम नवमी 2020: जानिए मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की पूजा करने का महत्व
जैसा कि हम जानते है कि चैत्र नवरात्र का आज अंतिम दिन है। आज के दिन रामनवमी का त्योहार मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु ने अधर्म का नाश करने और धर्म की स्थापना करने के लिए हर युग में अवतार लिया था। इन्ही में से एक अवतार भगवान श्रीराम का था। ऐसा माना जाता है कि विष्णु भगवान चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी के दिन ही भगवान राम के रूप में जन्म लिया था। इसी कारण से इस तिथि को रामनवमी के रूप में मनाया जाता है।
आज के दिन रामनवमी का विशेष महत्व है कि यह गुरूवार के दिन पड़ी है। गुरूवार के दिन भगवान विष्णु का ही दिन माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु कि विशेष आराधना की जाती है। भगवान श्रीराम विष्णु के ही अवतार है। आज के दिन ही मां दुर्गा की भी विदाई दी जाती है। नवरात्र के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री का पूजन किया जाता है। रामनवमी के दिन मंदिरों में कई तरह के विशेष कार्यक्रमों का आयोजन होता है। लेकिन इस बार लॉक डाउन की वजह से सभी धार्मिक स्थल बंद है और लोग अपने घरों में ही पूजा कर रहे है।
राम नवमी पूजा मुहूर्त-
सुबह 10.38 से दोपहर 13:38 तक
जानिये कैसे करनी है श्रीराम की पूजा आराधना?
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सुबह स्नान करके साफ़ वस्त्र पहने। इसके बाद में भगवान श्रीराम की प्रतिमा को रोली का तिलक करे।
- भगवान राम को पीले फल, पीले फूल और पंचामृत और तुलसी दल अर्पित करे। पूजा करते समय घंटी और शंख बजाएं।
- श्रीराम के मंत्रों का जाप करे। रामायण और रामचरितमानस का भी पाठ करे। आज के दिन बालकाण्ड का पाठ करना बहुत उत्तम होता है।
- आज के दिन भगवान को पंचामृत से स्नान कराया जाता है।
- नवरात्रि पुरे होने पर भी हवन किया जाता है।
- हवन सामग्री में जौ और काला तिल जरूर मिलाए।
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